
भगवान देवनारायण जी के 1114 वें अवतरण दिवस पर यह एतिहासिक फैसला लिया
-फाउण्ड़ेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष लुंबाराम मेघवाल ने ब्यावर जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर सहयोग का किया आग्रह
-पुखराज परिहार-
सिरोही/ब्यावर।अखिल भारतीय भारत रत्न नेताजी सुभाषचन्द्र बोस (नेताजी फाउण्ड़ेशन) सेवा समिति मुख्यालय सिरोही ने भगवान विष्णु के अवतार भगवान देवनारायण के लीलाघर घोड़े के 1114 वें अवतरण दिवस के पुनित अवसर पर ब्यावर जिला अन्तर्गत मसूदा तहसील के देवमाली गांव को गोद लेने का एतिहासिक फैसला लेकर उसके सर्वांगीण विकास का बीड़ा उठाया हैं।

नेताजी फाउण्ड़ेशन के संस्थापक अध्यक्ष एवं कार्यक्रम प्रभारी अधिकारी लुम्बाराम मेघवाल ने इस संदर्भ में ब्यावर के जिला कलेक्टर कमलराम मीणा को पत्र लिखकर अवगत कराते हुए देव माली गांव में शिक्षा,सौंदर्यीकरण, सर्वांगीण विकास व रचनात्मक कार्य संपादन के लिए जिला प्रशासन की ओर से सहयोग का आग्रह किया हैं।
नेताजी फाउण्ड़ेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जिला कलेक्टर को भेजे पत्र में बताया हैं कि देवमाली गांव आस्था,विश्वास और परम्परा का अनुठा संगम स्थल हैं।धाम के रुप में स्थित देवमाली गांव के चहुंमुखी विकास हेतु शिक्षा,सौंदर्यीकरण, पर्यावरण,सामाजिक उत्थान व जनकल्याणकारी कार्यों के साथ जनता जनार्दन के परिवादों के निराकरण के निमित्त “नेताजी सुभाष कल्याण शिविर” के माध्यम से अनेकानेक भागीरथ,परमार्थ व रचनात्मक कार्यों हेतु नेताजी फाउण्डेशन ने भगवान देवनारायण जी के 1114 वें अवतरण दिवस पर गोद लेने का बीड़ा उठाया हैं।जो देवमाली गांव के लोगों के लिए आशा व उम्मीद की किरण जैसा हैं।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पत्र में लिखा हैं कि आपसी मार्गदर्शन व ज्ञान साझा करना समाज व गांव के निर्माण में अहम होता हैं।अगर हम सक्षम नागरिक मिलकर सहायता करना शुरु कर दें तो निश्चित रूप से सामाजिक स्तर पर बहुत बड़ा बदलाव लाया जा सकता हैं।गांव के विकास की असली पहचान उसकी प्रगति ईमारतों में नहीं बल्कि नागरिकों के चरित्र,सोच, संवेदनशीलता और जिम्मेदारी में झलकती हैं।जब व्यक्ति स्वयं को बदलता हैं तो पूरा गांव व देश स्वाभाविक रूप से आगे बढ़ता हैं।
मेघवाल ने पत्र में लिखा हैं कि इस प्रकार मानवीय मूल्य, सोच व संवेदनशीलता ही गांव के विकास का पैमाना हैं।इन्ही भावनाओं के साथ मेरे नेतृत्व में नेताजी फाउण्ड़ेशन ने पर्यटन स्थल देवमाली गांव को गोद लेने का अहम फैसला लिया हैं।अतःब्यावर जिला प्रशासन गांव के सर्वांगीण विकास में सहभागी बनकर फाउण्ड़ेशन को सहयोग प्रदान करते हुए सभी जिला अधिकारियों को भी सहयोगात्मक दृष्टिकोण अपनाने के लिए दिशा-निर्देश जारी करने का आग्रह किया हैं।






