
हिंदी भाषा में पर्यायवाची शब्दों की बहुलता,उसे अंग्रेजी से अधिक समृद्ध बनाती है
(सिरोही हैडलाइन)
शिवगंज।स्थानीय सुभाष नगर काॅलोनी स्थित राजकीय सार्वजानिक पंचायत समिति पुस्तकालय में रविवार को हिंदी दिवस मनाया गया।इस अवसर पर पुस्तकालय पाठकों की उपस्थिति में मां सरस्वती की आराधना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

पुस्तकालयाध्यक्ष सोमप्रसाद साहिल से प्राप्त जानकारी के अनुसार पुस्तकालय पाठक और हिंदी प्रेमी तरुण परिहार ने हिंदुस्तान की गौरवगाथा है हिंदी …. कविता के माध्यम से हिंदी भाषा की महत्ता पर प्रकाश डाला।पुस्तकालय के वरिष्ठ पाठक एस.पी.शर्मा ने अपने संस्मरणों को सुनाकर युवाओं को हिंदी अपनाने का महत्व समझाया।वरिष्ठ पाठक बसन्त कुमार गेहलोत ने पाठकों को हिंदी दिवस के आविर्भाव के बारे में ऐतिहासिक जानकारी प्रदान की एवं हिंदी के कई शब्दों को जब के तस अंग्रेजी शब्दकोश में समाहित करने के बारे में बताते हुए कई शब्दों के उदाहरण भी दिए।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए साहिल ने हिंदी और अंग्रेजी भाषा की तुलना की और बताया कि हिंदी में पर्यायवाची शब्दों की बहुलता, उसे अंग्रेजी से अधिक समृद्ध बनाती है।साहिल ने उदाहरण देते हुए कहा कि प्रेम के लिए हिंदी भाषा में कई पर्याय हैं,जिनका उपयोग अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग होता है,जो सही अर्थ की पुष्टि करता है।अंग्रेजी में मात्र लव शब्द ही प्रेम के लिए प्रयुक्त होता है,जबकि हिंदी में प्यार,स्नेह, ममता इत्यादि,जो समानार्थी होते हुए भी भिन्न है।

पुस्तकालय पाठक दिव्यांग केतन सोनी ने भी अपने विचार रखे।इस अवसर पर रमेश कुमार सोलंकी, नरेंद्र कुमार नेतरा,राहुल,होमगार्ड़ पुखराज मीणा आदि उपस्थित थे।




